" चलो, शादी करेंगे"
" चलो, शादी करेंगे"
एक कोर्ट रूम का सेट लगा हुआथा। । सब अभिनेता अपने अपने मेकअप के साथ अपने डायलॉग को याद कर रहेथे। मसहूर अभिनेता जॉन चटर्जी और साथियों के शूटिंग था । सह परिचालक जन के पाश आकर उसके डायलॉग को और एक बार समझ दिया और मेकअप को चेक करलिया।परिचालक चिल्लाए- कैमरा, एक्शन ........
मि लार्ड, मेरे मुवकिल उस शख़्स यानी मशहूर खिलाड़ी किरण कुमार से शादी नहीं कि थी। ना उससे शादी करने की कोई प्लानिंग था। बस ये एक लिव इन रिलेशनशिप था। दोनों की सहमति से इक्कठा थे। अब क्यों कि दोनों की बिचार अलग है तो मेरे मुवकिल उससे अलग दूसरी साथी के साथ शादी करेंगे। इसके लिए किरण जी से कोई अनुमति या पूछने की जरूरी नहीं।
किरण कुमार की भूमिका जान निभा रहाथा। तो वकील ने पूछा- आप को कुछ कहना है मिस्टर कुमार?
मि लार्ड, मनीषा अगर और किसीसे शादी करना चाहती है तो मुझे एतराज नहीं। लेकिन हमारे संबध से हमारा जो लड़की है उसकी क्या होगी? छे साल की उस मासूम पर क्या गुज़रेगी इसके अंदाज़ा ना मनीषा कर रही है ना वकील साहब। बस इस बच्ची के खातिर मनीषा को मेरे साथ रहना चाहिए।
मनीषा की वकील अपना पख्य रखते हुए कहा- मनीषा जी ये बात रखने के लिए बचनबद्ध नहीं है मि लार्ड। बो एक अभिनेत्री है। अपनी कॅरिअर और चहतको पाने के लिए बो स्वाधीन है। बेसे भी ये इन दोनों के लीगल मैरेज नहीं, आपस सहमत से रहते थे। अब बो नही चाहते हैं। तो बो आज़ाद है। इसीलिए बच्ची की ज़िमेदारी बो लेंगे, हम उसपर दबाब नहीं डाल सकते हैं
किरण कुमार की वकील बो बात को काट ते हुए पेश किए- मि लार्ड, दुनिया जनता है कि मसहूर टेनिस खिलाड़ी किरण कुमार और अभिनेत्री मनीषा लिब-इन-रिलेसनशिप में रहते हैं और उस रिलेसन से उनके एक बच्ची है जो छे साल की है और सामने है। मनीषा देबि की अलग होने से उस बच्ची पर बुरा असर पड़ेगा। इस बच्ची यानी अपनी बच्ची के खातिर दोनों को और दो साल इक्कठा रहना होगा।
अब्जेक्सन मि लार्ड, मेरे मुवकिल पर इमोसनल दबाब डाला जा रहा है।बो किरण कुमार से शादी नहीं कि हे। इसीलिए बच्ची के खयाल रखना या उसके लिए साथ रहना उनके मर्जी। बेसे देखा जाए तो मिस्टर कुमार का भी फ़र्ज़ है बच्ची की सही देख भाल करना। बी जैसे चाहे बेसा कर सकते हैं। लेकिन मेरे मुवकिल के ऊपर दबाब नही डाल सकते।
किरण के वकील जोर से दलील पेस की- अगर मनीषा जी की फ़र्ज़ नहीं, तो मेरे मुवकिल के भी फ़र्ज़ नहीं। बी भी कंपेल नही है। अगर मनीषा देबि मा का फर्ज नहीं निभाएंगे तो किरण जी भी नहीं। कोर्ट बच्ची का तकदीर फैसला करे।
बच्ची के रोल में बाल अभिनेता अपनी सवांद बोले- में कौन हूँ? मेरी परिचय क्या है। मेरी माँ जिससे में पैदा हुई, बो मेरी माँ होने की इकरार नही कर रही है, पापा अगर इनकार करेंगे तो में कहा जाऊंगी? आपस की तकरार में मेरी क्या होगी। किस परिचय लेकर में इस दुनिया मे जिऊंगी। मेरी कसूर क्या कहते कहते बो जोर से रोने लगी ।
कट....... कट
यूनिट के सभी के आंखे नम हो गये इस इमोसनल शॉट पे। फिर कुछ समय के बाद तालियों के गढ़ गड़ा हट से फ्लोर कांप गया। मेकअप आर्टिस्ट जॉन को नया मेकअप देने के लिये आ पहुंचे। पर जॉन जैसे और कहीं खो गयेथे। परिचालक दूसरे शॉट के लिए जॉन को पूछा,पर उन्होंने माना करके घर बापिस राबना होगये । कार से लौट ते हुए उसके दिमाग मे उत्तार चढाब आ रहेथे। बार बार शॉट का बही सिन जेहन में आ रहाथा। उसे लगा-उसके अंदर से कोई उसे पूछ रहाहै- तू जो लीना के साथ एक साल से जिंदगी गुजार रहा हूँ, उस ज़िंदगी का क्या नाम दोगे? क्या लीना से तू शादी की है, कोर्ट मैरिज हुआ है। कुछ नहीं। लिव-इन मे रहते हो । लीना की कोख में जो पल रहा है बो कल किसका होगा, तुम्हाते, लीना के या दोनों के या किसीके नहीं । बस अपना भूक मिटाने और ठाटबाट के लिए रहतो हो। काल अगर जुदा हो गए तो....
जॉन तय कर लिया ये बिन फेरे हम तेरे हमारे चलन, समाज और सोच से परे हैं। हमारे समाज और रिबाज इसे मान्यता नहीं देंगे। हमे हमारा रिबाज को एहमियत देना होगा। उसमे हमारा भलाई है। गाड़ी घर पहुंचते ही बो दौड़ते हुए घर दाखिला लिया। लीना सायद कहीं जाने की तैयारी कर रहिती। बो उसकी हाथ पकड़ कर खीचते हुए नीचे गाड़ी में ले आया। लीना कुछ समझ नही पा रही थी । आखिर गाड़ी में बैठते पूछी- कहाँ जारहे हैं? जॉन भारी गले मे कहा- चलो शादी करेंगे।
लीना कुछ पल के लिए आंखे फाड़ उसे देखते रहे। फिर जॉन को जोर से चुम दिया।
