बसंत पंचमी प्रतियोगिता
बसंत पंचमी प्रतियोगिता
आज सोसाइटी में बसंत पंचमी का प्रोग्राम रखा है। वृद्ध आश्रम के सभी लोग उस में पार्टिसिपेट करेंगे। ए टू जेड से लेकर सबको नंबर बांट दिए गए हैं। 26 लोग पार्टिसिपेट कर रहे हैं किसी एक को विनर चुना जाना है ज्योति को सजने सवरने का बड़ा शौक था। लेकिन अपने परिवार से अलग होकर यह इच्छा खत्म हो गई थी। और जो इस कार्यक्रम से पैसे आएँगे वह शहीदों की विधवाओं को दिए जाएंगे। यह सुनकर आज सुबह से ही बड़ी खुश थी। कि इस उम्र में किसी के काम आ पाएंगे वह पार्टिसिपेट करने के लिए तैयार हो गई। 80 की उम्र हो गई स्टैंड लेकर चलना पड़ता है। लेकिन आज भी पूरा उत्साह है पीले रंग की ड्रेस पहनी है !!! तो सभी साथी कहने लगे ,"अरे क्या बूढ़ी घोड़ी हो, "तो बोली तुम कुछ भी कहो लेकिन बड़ा आत्मविश्वास है मुझ में" दिल तो बच्चा है जी मुझे बड़ा, शौक था मॉडल बनने का !!
आज तो रैंप पर चलूंगी, "दिल तो मेरा बलियों उछल रहा है लेकिन करूंगी जरूर ,"घड़ी पहन कर तैयार हो गई मेकअप आर्टिस्ट ने काजल लगाया तो उससे सही से नहीं लगा। तो लेकर शीशा खुद आँखों को संवारने लगी की, "बेटा तुमसे ना हो पाएगा यह लाओ मैं लगाती हूं" और पूरे आत्मविश्वास के साथ रैंप पर उतरी और उसी विश्वास के कारण लास्ट पार्टिसिपेट प्रथम पुरस्कार से नवाजी गई। आज जीतने के बाद उसने अपने मिलने वाली पेंशन भी शहीदों की विधवाओं के नाम कर दी है। उसकी जिंदगी में अंधेरा है लेकिन उसने कई लोगों की जिंदगी में मधुमास भर दिया है।