Shalini Dikshit

Inspirational

4  

Shalini Dikshit

Inspirational

बहादुर बच्चा

बहादुर बच्चा

3 mins
324


राहुल अपने झुलसे हुए हाथ और शरीर के कुछ हिस्सों पर दवा लगाकर सिर्फ बनियान पहने हुए सुरेश के ठेले के पास आकर खड़ा हो गया।

"अरे यह क्या हुआ तुझे?" सुरेश ने पूछा।

"भैया मैं थोड़ा सा जल गया।" राहुल बोला।

"हाँ !! वह तो मुझे भी दिख रहा है पर कैसे जल गया?" सुरेश ने थोड़ा गुस्से में पूछा।

"अरे वह निशा आंटी है ना जिनका एक छोटा सा बेटा है।" राहुल ने कहा।

हाँ वही जिनके बेटे को तू रोज गुब्बारा देता है। क्या हुआ उनको?" सुरेश ने कहा।

राहुल ग्यारह साल की उम्र में ही गुब्बारे बेचने को मजबूर है वह रोज निशा के घर के सामने जाकर रुक जाता है निशा हमेशा उससे एक गुब्बारा अपने बेटे के लिए लेती है उसको लगता है इतना छोटा सा बच्चा खेलने की उम्र में गुब्बारे बेच रहा है तो वह उसके लिए इतना तो कर ही सकती है कि अपने छोटे बच्चे के लिए रोज एक गुब्बारा खरीदें निशा और उसके एक साल के मोनू को राहुल अपना सा लगने लगा है कई बार राहुल खड़े होकर उन लोगों से थोड़ी देर बातें भी करता है निशा कभी-कभी उसको कुछ खाने के लिए भी देती है इन सब बातों पर सुरेश का भी ध्यान जाता है और कभी-कभी वह राहुल से जलता भी है कि निशा कितना स्नेह करती है राहुल के साथ।

"हाँ भैया वही निशा आंटी, एक दिन में उधर से गुब्बारे बेचने के लिए निकला तो दिखा उनके सिलेंडर में से आग निकल रही है शायद सिलेंडर लीक था ऑन्टी शोर कर के मदद मांगते हुए आग बुझाने की कोशिश कर रही है। मैं कुछ समझ पाता इससे पहले वह चीख कर पीछे गिर गई तो मैं दौड़कर गया और मोनू भी उनके पीछे पीछे आग के पास ही जा रहा था मैं ने शोर मचाया और मैं दौड़कर गया मोनू को निकाल कर ले आया और निशा आंटी को भी थोड़ा पीछे घसीटा बाद में सब लोग आ गए और आग भी बुझाई। सब ठीक हो गया उसी में मैं जल गया लेकिन अच्छा है कि मोनू को कुछ नहीं हुआ निशा आंटी भी थोड़ा जल गई है, उन्होंने मेरे लिए दवाई मंगवाई है अब कुछ दिन तक मैं अभी गुब्बारे बेचने भी नहीं जा पाऊंगा।" मोनू ने पूरा किस्सा सुना दिया। 

तुमने तो बहुत बहादुरी का काम किया है तुम देखना मैं अपने एरिया के वार्ड मेंबर के पास जाकर उनसे बात करूंगा उनसे कहूंगा वह डी.एम. के पास जाएं और उनसे बात करें की 26 जनवरी में जिन बहादुर बच्चों को सम्मानित किया जाता है उसके लिए तुम्हारा नाम भेजने की कोशिश करें तुमने इतनी कम उम्र में इतनी बहादुरी दिखाइए तुम्हें जरूर सम्मान मिलना चाहिए ।

"अच्छा भैया!! ऐसा हो सकता है क्या मैं फिर टीवी में भी आऊंगा......" राहुल अपने शरीर की जलन को भूल कर मुस्कुराने लगा।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Inspirational