बेलन वाली माई
बेलन वाली माई


कर लिया बहुत विश्राम अब सेवा की बारी आई है
झल्लाकर जो पत्नी जी ने आवाज लगाई है ,
हाथ जोड़ करने लगा प्रार्थना उनकी
वह तो बेलन वाली माई है।
बोली यूँ पत्नी जी हमसे
पूरे दिन की क्या कमाई है
चढ गया पारा आसमान पर अब तेरी शामत आई है।
अब उनका आदेश मानने में ही मेरी भलाई है
कर लो इनको नमन है
ये तो बेलन वाली माई है।
एक दिन पत्नी जी मुस्कुरा कर हमसे यों बोली
सुनते हो जी ले आना आज दही और जलेबी
लाकर दही जलेबी जो मैंने डोरबेल बजाई है
दरवाजा खोला साली जी ने
सासू मां सोफे पर पड़ी दिखलाई है,
यह देख हो गई सिटी पिट्टी गुम
अब आफत की डबल डोज आई है।
एक दिन पत्नी जी फिर बोली
बहन है अगर हमारी तो आपकी भी तो साली है ,
करवा दो इनको शॉपिंग आने वाली दिवाली है
मुस्कुराकर मैंने झूठी हंसी दिखलाई है ,
ले गया संग उनको शॉपिंग करवाई है।
हाय मेरी दीन दशा पर तुझको दया ना आई है
मैं तो हूं दास उनका वह बेलन वाली माई है
मेरी जी जेब पर भारी यह रिश्तेदारी है
अस्सी किलो की सासू मां और पाव भर की साली ने
की बहुत खरीददारी है,
पत्नी जी बोली धूल बहुत है धूप बहुत है
पकड़ो यह सामान हमारा अब पार्लर जाने की बारी है,
मैंने कहा हो गई शाम कर ली बहुत खरीददारी है
पत्नी जी ने आंख दिखाई साली ने भौं मटकाई है।
अपनी दुर्दशा जान सोचा मैंने
वत्स चुप रहने में ही मेरी भलाई है
उनके जाते ही एक मित्र ने आवाज लगाई है
बोला वो यूं मुझसे यह कैसी दशा बनाई है।
पढ़ता था जब कॉलेज में लगता था हीरो
सब पर चलता था रॉब तेरा
लड़का हो या लड़की
सबकी तूने वाट लगाई है
अब लगता है भीगी बिल्ली हड्डियां पड़ती दिखाई है
मैं बोला ए मित्र वो बात बहुत पुरानी है
जब से हुई है शादी
देकर आप मुझको गम पत्नी जी हो गयी बे'गम
क्या हो पत्नी क्या साली क्या हो सासूमाई
महिलाओं की टोली मिलकर क्लास लगाई है,
आई है आ गई अक्ल मुझको
यही शक्ति यही दुर्गा यही मां काली है।
मुझ भटके को राह दिखाने वाली
बेलन वाली माई हैं
तुम भी करो प्रार्थना उनकी यह तो बेलन वाली माई है।।