Dhan Pati Singh Kushwaha

Drama Action Inspirational

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Dhan Pati Singh Kushwaha

Drama Action Inspirational

बारहवीं की परीक्षाओं का स्थगन

बारहवीं की परीक्षाओं का स्थगन

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" सर, नमस्ते!, मैं आपका शिष्य ओम प्रकाश ।"- फोन रिसीव करते हुए ही दूसरी ओर से आवाज आई।

" नमस्ते,बेटा ओम प्रकाश, शुभ आशीर्वाद! कैसे हो तुम और तुम्हारे परिवार के सभी लोग ?"- मैंने कहा।

"धन्यवाद सर, हम सब सकुशल हैं। आपके पास अभी मैंने व्हाट्सएप के माध्यम से एक मैसेज अपनी आवाज में रिकार्ड करके भेजा है। आपसे निवेदन है कि इसे सुनकर मेरे मन में उत्पन्न हो रही कुछ शंकाओं का समाधान करने की कृपा करें।"- दूसरी ओर से विनीत भावयुक्त आवाज में ओम प्रकाश ने कहा।

"ठीक है,बेटा। तुम्हारी रिकार्डिंग सुनकर मैं अभी फिर से तुम्हें फोन करता हूं।"- मैंने ओम प्रकाश को आश्वस्त करते हुए कहा।

"ठीक है,सर, नमस्ते। मैं आपके फोन की प्रतीक्षा करता हूं।"-कहते हुए ओम प्रकाश ने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया।

मैंने अपनी सभी कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को अपना फोन नंबर इस निर्देश के साथ दे रखा है कि वे आवश्यकतानुसार किसी भी समय किसी भी समस्या के समाधान हेतु नि:संकोच फोन कर सकते हैं। इस प्रकार हम सतत् ही एक दूसरे के संपर्क में रहकर लाभान्वित हो रहे हैं।ओम प्रकाश के द्वारा किसी जिज्ञासा का समाधान प्राप्त करने के क्रम में ही यह रिकार्डिंग भेजी गई थी।

पिछले काफी दिनों से कक्षा बारहवीं की सी . बी.एस.ई. और आई.सी.एस.ई. द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं के आयोजन को लेकर चली आ रही असमंजस की स्थिति को दूर करने का निर्णय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी अध्यक्षता में आज एक जून,2021 दिन मंगलवार की अहम् बैठक में लिया गया। वैश्विक महामारी कोरोना के अनिश्चितता भरे वातावरण और विभिन्न हितधारकों के परामर्श के आधार इस वर्ष 2020-2021की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित न होने का निर्णय लिया गया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह , प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान, निर्मला सीतारमण और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए थे।

रिकार्डिंग सुनने के बाद मैंने ओम प्रकाश को फोन किया। फोन उठाने के बाद औपचारिक अभिवादन के उपरांत मैंने पूछा -"बेटे,अब बताओ। क्या शंकाएं हैं तुम्हारी?"

"सर, मैं यह जानना चाहता हूं कि इस अवधि में भी हममें कुछ लोग कड़ा परिश्रम करते रहे हैं जबकि कुछ तो आश्वस्त से लगते थे कि परीक्षाएं स्थगित ही हो जाएंगी अब बेमतलब परिश्रम क्यों किया जाय ? क्या दोनों तरह के लोगों के बीच कोई अंतर नहीं रहेगा। परिश्रमी लोगों के प्रमाण- पत्र पर परिश्रम की झलक नहीं मिलेगी।"-ओम प्रकाश ने अपनी आशंका व्यक्त की।

मैंने निर्णय के वैकल्पिक प्रावधान की जानकारी देते उसे समझाया-" परिश्रमी विद्यार्थी निराश न हों।इसके लिए उनके लिए व्यवस्था की गई है।सरकार की ओर से सूचित किया गया कि गत वर्ष की भांति यदि कुछ छात्र परीक्षा देना चाहते हैं तो स्थितियां अनुकूल होने पर सी.बी.एस.ई. द्वारा उन्हें यह अवसर भी प्रदान किया जाएगा।"

इस प्रावधान के प्रति अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उसने पूछा-"सर, मूल्यांकन किस प्रकार किया जाएगा।"

मैंने उसे समझाया- "सी.बी.एस.ई. एक पारदर्शी, वैकल्पिक प्रक्रिया के माध्यम से एक निश्चित समय सीमा में बारहवीं के छात्रों का परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए आवश्यक कदम उठाने जा रही है। इसके दिशा-निर्देश शीघ्र ही जारी कर दिए जाएंगे। ऐसे विद्यार्थी सदैव सतर्क रहकर सूचना की प्रतीक्षा करें।"

"इस निर्णय से लगभग कितने छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा?"ओम प्रकाश ने अपनी जिज्ञासा व्यक्त की।

मैंने उसकी जानकारी हेतु उसे बताया-" बेटा,इस निर्णय के अनुसार बारहवीं कक्षा के सी.बी.एस.ई.के लगभग बारह लाख और आई.सी.एस.ई.के लगभग चार लाख परीक्षार्थियों को बड़ी सहायता देते हुए बिना परीक्षा लिए ही उत्तीर्ण होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।"

 बहुत - बहुत धन्यवाद ,सर। आपके मार्गदर्शन के लिए। मैं अपने समूह के साथियों के सहित परीक्षा में शामिल होने के पूरे जी-जान से तैयारी करता रहूंगा और बीच- बीच आवश्यतानुसार आपसे हम लोग परामर्श लेते रहेंगे।सर, नमस्ते।"

"हर समय तुम सबका स्वागत है,शुभ आशीर्वाद।"-अपनी ओर से आश्वस्त करते हुए मैंने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया।


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