औपचारिकता
औपचारिकता
पर्यावरण दिवस के लिए आज शहर में जोर-शोर से तैयारी चल रही थी। नेताजी ने अपने पी ए से आज का कार्यक्रम जाना। आज दिन भर व्यस्तता भरा था। आज किसी स्कूल में तो कहीं किसी सरकारी आयोजन में पौधारोपण कार्यक्रम में भाग लेना था।
आज ही उन्होंने रेस्ट हाउस में पर्यावरण दिवस के दिन पौधारोपण का कार्यक्रम सम्पन्न करना था। अच्छी खासी भीड़ होने के बाद नेता जी ने पौधा रोपतें हुआ पूछा, मुझे याद है कि हम इस रेस्ट हाउस में अपना पंचवर्षीय पौधारोपण पूरा करने जा रहे हैं।
पी ए ने धीरे से कान में फुसफुसाया- सर विगत पाँच साल से हम इसी गड्ढ़े में पौधा लगा रहे हैं। नेता जी की चेहरा देखने लायक था।
आखिरकार नेता जी की फोटो दूसरे दिन के अखबार में छा गई, शाम को ही वह पौधा बकरी खा गई।