अधूरा सपना
अधूरा सपना
हरदीप-"सोनी, मेरा लंच बाक्स दे दो।"
सोनी-"जी, ये ले लीजिये। आपकी टाई की नाट बाँध देती हूँ जी!"
हरदीप-"शाम को तुझे डल झील ले जाऊँगा ।"
सोनी-"तुम जब घर से बाहर जाते हो। मैं मन ही मन डरती रहती हूँ जी।"
हरदीप-"क्यों डरती है?? जब डर लगे तब पीहर में फोन वीडियो काल कर लेना सोनिये। मन हल्का हो जायेगा।
गरमी में छुट्टी सेंशन होते ही हम पंजाब चले जायेंगे। एक महीने वहाँ सबसे मिलेंगे जुलेंगे तब तेरा डर दूर हो जायेगा सोनी।" आस पड़ोस में मेल जोल बढ़ा ले। सबके साथ बातचीत करने से मन बहल जायेगा।"
"अच्छा, एक चीज तो भूल गया!
सोनी-"कहिये जी ???"
हरदीप ने गाल की ओर इशारा किया।
सोनी शरमा गयी। पति के गाल में किस देकर वह मुस्कुराते हुये घर के भीतर भाग गयी।
हरदीप और सोनी की शादी को चार महीने हुये हैं वह पटियाला की है और ससुराल चंडीगढ़ में है। कश्मीर में स्टेट बैंक में हरदीप सिंह मैनेजर के पद पर है।
शाम को वह स्थानीय न्यूज चैनल में समाचार देख रही थी। तभी वह आतंकियों के द्वारा बैंक में जाकर गोलियाँ बरसाने की खबर से चौंक गयी।
थोड़ी देर बाद पुलिस वाले एक गाड़ी में उसके पति का शव घर पर लेकर आये। उसके आँसू थम ही नहीं रहे हैं।
सोनी के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनकी शादी को चार महीने ही तो हुये थे। सुंदर बसी बसायी गृहस्थी उजड़ गयी। ना जाने कितने लोगों की मौत एक के बाद एक होती जा रही है। आखिर इन जिहादियों को किसी का घर उजाड़ कर क्या मिलता है?
