Dhan Pati Singh Kushwaha

Inspirational

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Dhan Pati Singh Kushwaha

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अब मेरी बारी है

अब मेरी बारी है

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आदर्श जी को सच्चे अर्थ में आदर्श उद्योगपति इसलिए माना जाता है क्योंकि वे अपने कारखाने में अपने उत्कृष्ट कोटि के विजन के कारण इसके किसी उत्पाद को व्यर्थ नहीं जाने देते। मुख्य उत्पाद के साथ इसके सह उत्पाद जिन्हें आमतौर पर कचरा समझा जाता है उसे भी कोई उत्कृष्ट उत्पाद में बदल देते हैं। इससे उस कचरे का निपटारा हो जाने के साथ-साथ एक नया उत्पाद मिलता है जो सामाजिक और आर्थिक दोनों ही दृष्टिकोण से सकारात्मक परिणाम देता है। कारखाने की मशीनों के रखरखाव का पूरा ध्यान रखते हैं उनके अनुरक्षण का समय ध्यान रखा जाता है। कारखाने के अंदर ढेर सारे पेड़ पौधे और पर्यावरण हितैषी प्रबंधन के उनके प्रयास को बहुत ही सराहा जाता रहा है। कारखाने में कार्य करने वाले कर्मचारी उनकी सट प्रबंधन नीति के कारण उन्हें अतिरिक्त सुविधाएं ना मिलने की शिकायत रहती है। आदर्श अपने हर कर्मचारी को एक कर्तव्य परायण आदर्श कर्मचारी के रूप में देखना चाहते हैं ।उनके किसी कार्य में कोई शिथिलता या कोई लापरवाही उन्हें पसंद नहीं इसलिए कई बार कुछ कर्मचारियों के खिलाफ कुछ अप्रिय फैसले भी उन्हें लेने पड़े।

कर्मचारी संघ के नेता यदि कर्मचारियों को लेकर उनसे भेंट करके उनकी समस्याओं को उन्हें बताने के लिए उनसे कभी भेंट करते तो वे कहते-"कर्मचारियों इस समस्या से संबंधित जो भी प्रशासनिक अधिकारी है उससे बात करें। प्रशासनिक अधिकारी जांच करके जब मुझे रिपोर्ट करेगा ।उसके बाद ही मैं आपके सभी प्रश्नों और समस्याओं के बारे में प्रशासनिक अधिकारी की उपस्थिति में पर चर्चा करूंगा अभी आप लोग अपने- अपने काम पर लग जाएं। यदि कोई अपनी ड्यूटी में लापरवाही करता मिलेगा तो उसके विरुद्ध प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी।"

उनकी यह बात सुनकर सभी कर्मचारी अपने मन में उठने वाले क्रोध को दबाकर वापस अपने - अपने काम पर लौट जाते । श्रमिकों की विविध समस्याओं में मुख्य समस्या है कि वे अपने मालिक के अन्याय के खिलाफ भी न के बराबर बोल सकते है यदि बोलते भी हैं तो उसकी अपनी सीमा होती है। वह बहुत कुछ कहना चाहता है ।अपने साथ होने वाले अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध प्रकट करना चाहता है लेकिन वह भी सोचता है कि नौकरी के सहारे ही अपने परिवार का भरण-पोषण कर पाएगा। भाई जाकर भी इस नौकरी को छोड़ नहीं सकता क्योंकि दूसरे सामग्री ऐसी कोई गलती तो नहीं इसलिए वे मन मार कर अत्याचार, भेदभाव और बहुत से अप्रिय पलों को स्मृतियों में नहीं लाते हैं। आदर्श जी के बारे में कारखाने के कर्मचारियों के बीच में यह धारणा है कि मालिक बहुत सख्त है। कर्मचारियों की समस्याओं के बारे में कुछ भी नहीं सुनता। उनके प्रति यदि सकारात्मक पक्ष को देखा जाय तो वह यह है कि कर्मचारियों के वेतन और उनके अधिकारों का सदैव ध्यान रखा जाता।वेतन ,एरियर,बोनस आदि का सदैव समय पर ही भुगतान कर हो जाता करता था। कर्मचारियों की अभिषेक जी ई-मेल द्वारा समय से चुनाव कब आ जाती थी कोई भी कर्मचारी सेवानिवृत्त होता तो उसके सभी मिलने वाले लाभों का भुगतान से बिना किसी झंझट के समय से कर दिया जाता। इन सभी विशेषताओं के साथ मालिक की कड़कती का आवाज का परिणाम था कि मिल प्रशासनिक अधिकारी भी उनसे बात करने में बहुत अधिक सज़ग रहते थे।

कोरोना काल के लॉक डाउन की अवधि में मिल में कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार माल को भेजना भी एक समस्या रहेगी।लाक डाउन के दौरान जब कच्चा माल आएगा ही नहीं तो उत्पादन कैसे होगा ? जो उत्पाद इस समय की उपलब्ध सामग्री से बनाया जाएगा उसे बाहर भेजना संभव नहीं। ऐसी स्थिति में मिल बंद होने की नौबत आ गई थी।इन तथ्यों के पूर्वानुमान से कर्मचारियों के मन विविध आशंकाएं थीं।

कर्मचारी संघ के श्रमिकों के प्रतिनिधियों ने आदर्श जी के कार्यालय में इस संबंध में उनसे भेंट की और श्रमिकों की ओर से कहा-" सर, इस वैश्विक महामारी में हम सबके बाहर जाने पर नियंत्रण है।यह मिल ही तो हमारी मां-बाप है।संकट की इस घड़ी में हम सब को जिंदा रहने के लिए हमारे भोजन- पानी के प्रति आपके रुख की जानकारी लेने हम लोग यहां आए हैं।"

आदर्श जी ने सभी प्रतिनिधियों को बड़े सम्मान से बैठाकर जलपान कराया और कहा-" आज शाम को सभी कर्मचारियों को मिल के सभागार में आना है।हम अपने निर्णय से आप सभी को वहीं अवगत कराएंगे।"

सभी कर्मचारी सायं तीन बजे सभागार में एकत्रित हुए। आदर्श जी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा-" भाइयों यह मिल आज जिन ऊंचाइयों पर पहुंची है उसका सारा श्रेय आप सभी की कड़ी मेहनत, कर्त्तव्यपरायणता और इसके प्रति आप सबके अपनेपन के व्यवहार को जाता है।आप सबने मिलकर अपना खून पसीना एक करके मिल की प्रगति में अपनी भागीदारी निभाई।इसको दाम दिलवाने वाले आप सब ही हैं।आज वैश्विक महामारी कोरोना हमारी परीक्षा ले रहा है।आप सब निश्चिंत रहें।आप सबका वेतन समय पर आपके बैंक खाते में पहुंचता रहेगा।मिल फिर से चलने पर आपको बुलाने के लिए संदेश मिल जाएगा।आपकी नौकरी और सारे अधिकार सुरक्षित रहें।आप सब अपने-अपने और अपने साथियों के परिवारों का ध्यान रखिएगा। कोई भी समस्या होने पर मेरे पास किसी प्रकार से संदेश पहुंचाएगा। मैं समस्या का समाधान करूंगा।कल तक मिल की सेवा आप सबने मिलकर की है।अब हमारी बारी है........


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