ज़िन्दगी अवश्य मिलेगी
ज़िन्दगी अवश्य मिलेगी
कौन कहता है ज़िन्दगी
न मिलेगी दोबारा
अवश्य मिलेगी
अगर कोई नियम है ऐसा।
आपको केवल इतना करना है
आत्म विकास के मार्ग पर चलना है
आत्म ज्ञान के मार्ग पर चलना है
दूसरों का तन मन धन से
भला करते रहना है
बुजुर्गों की सेवा करते रहना है
हम राहियों को राह
दिखाते रहना है।
सत्य अहिंसा के पथ पर
चलते रहो अहं को त्याग दो
काम क्रोध मोह लोभ से मुंह मोड़ लो
फिक्र किए बगैर कि
जिंदगी मिलेगी या
नहीं मिलेगी दोबारा।
इसका मतलब यह नहीं कि
आप अपने लिए कुछ न करो
प्रथम धर्म तो व्यक्ति का
अपने प्रति ही होता है
आप अपने लिए आमोद
प्रमोद के साधन जुटाऐं
सुख सुविधा का जीवन जिऐं
परन्तु
एक निर्धारित सीमा तक।
यह जिंदगी मिली है
इसका तो हर पल जी लो
दोस्तों
यह फिक्र किए बगैर कि
ज़िंदगी मिलेगी या नहीं मिलेगी दोबारा
अवश्य मिलेगी
अगर कोई नियम है ऐसा।