"युग का प्रभाव"
"युग का प्रभाव"
जमाना, अब किस तरह बदल रहा है।
दूसरों को छोड़ो, भाई-भाई को छल रहा है।
दो-दो इंच जमीन पर, हो रहें विवाद,
पिता-पुत्र में सालों से नहीं है संवाद।
चाचा-भतीजे बीच चल रहें है केस,
गांव-गांव, घर-घर में बढ़ रहे हैं क्लेश।
पति-पत्नी में बनती नहीं है,
सुकून से गृहस्थी चलती नहीं है।
बच्चे है सहमें सहमें मानसिक परेशान हैं,
घाटे में है खेती न चलती दुकान है।
अहंकार, इस समस्या का कारण है,
प्रेम भाव, बढ़ाना दुख का निवारण है।।
