यीशु जी उठा नये युग का उद्घोष
यीशु जी उठा नये युग का उद्घोष
शैतान के फन को पाओं से कुचल के,
अंधकारमय दुनिया को प्रज्वलित करके;
यीशु जी उठा नए युग का उद्घोष करके!
न तलवार न भाला आत्मिक सामर्थ्य से युद्ध लड़के,
पिता के दाहिने जा बैठा हमें जय मुकुट देके;
निराशाओं को आशा में प्रमाणित करके,
मुझ पापी को बचाया मुर्दों से जी उठके;
यीशु जी उठा नए युग का उद्घोष करके!
क्रूश पर संदेशा प्रेम का देके,
कब्र से जी उठा आशीषे स्वर्ग की खोल के;
अपने प्राण को मृत्यु के लिए उड़ेल के,
यीशु जी उठा भयावह मौत की रीति उलट के;
पाप के ऋण को चुका के बोझ अधर्म का लेके,
पूरा किया तूने शाश्वत उद्धार देखें;
यीशु जी उठा नए युग का उद्घोष करके !
उस क्रूस का प्रेम, पुनरुत्थान की सामर्थ्य,
मुझे तेरे पास बुलाती है;
अपने प्रेम से भर के सामर्थी जीवन जीना मुझे सिखाती है,
मेरे हृदय पे यीशु नाम लिख के
तेरी प्यास और बढ़ाती है;
यीशु जी उठा नए युग का उद्घोष करके !
