यादों के पन्ने
यादों के पन्ने
आज यादों के पन्ने को पलटकर देखा
तेरे संग बिताए हर लम्हें याद आए,
जब से तुम बिछड़े हो यारा
तेरी याद में हम तन्हाँ तन्हाँ से जी रहे हैं,
शराबी तो नहीं थे मगर तेरी
हर एक याद संग एक एक जाम पी रहे हैं,
तुझे याद रखना मेरे इश्क़ की सजा है,
तू क्या रूठेगा मुझसे, किस्मत ही ख़फ़ा है,
शराब तो एक बहाना है ज़माने के लिए,
मुझे तो हर वक़्त तेरी यादों का नशा है।
क्या गम ऐ रंज ज़िंदगी से मित्वा
जब दिल का दर्द सी रहे है,
तेरा आना और आके चले जाना
यादों का किस्सा बन गया
आँखों के मोती बिखरे
अश्क जीवन का हिस्सा बन गया
वो कभी ना भुलाया गया
जो संग तेरे मेरी यादों का पन्ना बन गया
सब ख़ाख़ हो गया मेरा
बस एक अधूरी दास्ताँ के निशां ही रहे गया...

