याद आऊंगा
याद आऊंगा
याद आऊंगा इस कदर,
तुम खुदको भूल जाओगे
मैं हसूंगा तस्वीरों में तुम,
सच में रोते जाओगे
भरके आंख में पानी तुम,
मेरे बीते कल में गोते लगाओगे
तुम मुझमें झूठ पकड़ते
रह जाओगे और मैं सच को
पा जाऊंगा इस लुका छुपी का
खेल पूरा कर,
कहीं ऐसा जाकर छुप जाऊंगा
तुम चिल्ला चिल्ला कर ढूंढोगे मुझे,
पर में कभी वापस नही आऊंगा।
