Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

याचना करे धरा !

याचना करे धरा !

1 min
14.6K


रक्त में उबाल हो,

क्रोध की मशाल हो !

धड़कने भड़क रही,

जैसे की भूचाल हो !!


धरती माँ पुकारती,

कहाँ पे मेरे लाल हो !

यदि मेरा ख्याल हो,

न द्वंद न सवाल हो !!


रक्त से करो श्रृंगार,

आँचल ये मेरा लाल हो !

विजयी तुम्हारा भाल,

और शत्रु का कपाल हो !!


असुरजनों का अंत हो,

हों तो मात्र संत हो !

धर्म हो सुपंथ हो,

सृजन हो न की अंत हो !!


उठो उठो बढ़ो बढ़ो,

बढ़ो बढ़ो बढे चलो !

लगा लो मृत्यु कंठ से,

लौह में ढले चलो !!


विजय की भोर हो सदा,

ना हार की निशीथ हो !

ह्रदय में एक भाव हो कि,

धर्म की ही जीत हो !!


बुद्धि और शक्ति का,

प्रमाण आज दो जरा !

काल कि ये मांग है

याचना करे धरा !!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama