वफ़ा का रास्ता हूँ....
वफ़ा का रास्ता हूँ....
तेरे झूठे वादों को कोसता हूँ
तू याद आये अकेला हँसता हूँ
कर गई तू मुझसे बेवफ़ाई
क्योंकि मैं तेरा वफ़ा का रास्ता हूँ
मेरे आज ग़र्दिश में है तारे
तेरे वो मीठे बोल ताने मारे
तुझे क्या मिल गया पता नहीं
मोहब्बत का तुझे मैं देता वास्ता हूँ
तन्हाई बन डसती है नागिन
रातें कटती है तारे गीन गीन
तेरे इरादे इश्क़ धोखे से गिनने की
मैं क्या इश्क़ के खेल में इतना सस्ता हूँ
तू चलती रही चालों पे चाल
कभी जानना तूने मेरा हाल
आज दिल है मेरा अकेला
फिर भी बेवफ़ाई के खेल में फँसता हूँ....

