वो
वो
वो
मेरा
प्रेम
थी
वो
मेरी
संसार
थी
वो
जब
हंसती
तो
मेरा
रोम
रोम
दिल
हृदय
सब
बागबाग
हो
जाता
उसकी
हंसी
में
मेरी
हंसी
थी
वो
मेरे
दिल
के
काफी
करीब
थी
वो
हमारी
हरदिल
अजीज
थी
वो
मेरा
सबकुछ
थी
मेरा
सर्वस्व
थी।
वो
मेरा
प्रेम
थी
वो
मेरी
संसार
थी
वो
जब
हंसती
तो
मेरा
रोम
रोम
दिल
हृदय
सब
बागबाग
हो
जाता
उसकी
हंसी
में
मेरी
हंसी
थी
वो
मेरे
दिल
के
काफी
करीब
थी
वो
हमारी
हरदिल
अजीज
थी
वो
मेरा
सबकुछ
थी
मेरा
सर्वस्व
थी।