मुझ में और मेरी चाहत में काफी फासले हैं। मानो में जमी हूँ तो मेरी चाहत आसमां है।। मुझ में और मेरी चाहत में काफी फासले हैं। मानो में जमी हूँ तो मेरी चाहत आसमां ...
वह कौन हैं जिसेे न देखनेे के बाद भी महसूूूस करता हूं. वह कौन हैं जिसेे न देखनेे के बाद भी महसूूूस करता हूं.
परे हो तुम फिर भी सामने हो. परे हो तुम फिर भी सामने हो.
झूठे सपनों में जो भी जिया करते हैं । अंतरात्मा मलिन कर , वो ही रोया करते हैं ।। झूठे सपनों में जो भी जिया करते हैं । अंतरात्मा मलिन कर , वो ही रोया करते हैं ...
ओ मन तुम्हारे पास नहीं है ओ मन तुम्हारे पास नहीं है
प्रेम आदि और प्रेम अन्त है प्रेम आदि और प्रेम अन्त है