वो प्यार था बेपन्हा
वो प्यार था बेपन्हा


हर वक्त एक गहरी चोट सा दर्द हमेशा रहेगा
तेरी यादों का झरना, मेरे दिल में हमेशा बहता रहेगा
कभी प्यार तो कभी, नफरत के रूप में रहेगा
हर ख़ुशी में तेरे न होने का एहसास रहेगा
आँसू भी होंगे, तन्हाई का आलम भी रहेगा
ग़म न हो तो, मोहब्बत का नाम कैसे रहेगा
प्यार एक पूजा है, जो हर कोई करेगा
वफ़ा और बेवफ़ाई, मोहब्बत के ही परिणाम रहेंगे
मेरी आँखों से छलका हर आँसू, ये हकीक़त बयां करेगा
कितना प्यार करते थे, ये हमारे न होने का एहसास बयां करेगा
आप इस नादाँ को भूलकर, कल किसी और के हो जाओगे
हर वादों को भुलाकर, अपनी जिंदगी में खो जाओगे
हमने आपकी पूजा कल भी की थी, आज भी करते हैं
और हमेशा करते रहेंगे
आशा है ऊपर वाला कभी तो इंसाफ करेगा