वो पल भी क्या पल होते हैं !
वो पल भी क्या पल होते हैं !
वो पल भी क्या पल होते हैं
बीत गये कैसे, बिना कुछ बताए,
किसी चीज़ का हल दिए।
वो पल भी क्या पल होते हैं!
साथ मिलकर मुस्कुराना,
उन मुस्कुराहटों में अपनी खुशी को ढूँढना
पल भर के लिए ही सही,
उन खुशनुमा पलों को जीना कभी न भूलना ।
पल पलकों के भांति होते हैं,
पलक झपकाते ही बीत जाते हैं ।
जाते जाते बहुत कुछ सीखा ।
जिंदगी का एहसास दिला जाते हैं ।