वक़्त को जीना है
वक़्त को जीना है
हाँ जरूरी होता है
वक़्त को थामना नहीं
बल्कि उसके साथ चलना,
कितनी ही बातें हम
कल पर छोड़ दिया करते हैं,
यह सोचे बग़ैर
कि कल तो कुछ होता ही नहीं।
कल कभी नहीं आता
जैसे गुज़रा हुआ वक़्त
लौटकर नहीं आता,
जो कुछ है वह बस
आज है अभी है,
इसे गुजारना नहीं है
मन भर कर जी लेना है।
भाप बनकर उड़ते
हुए बादलों की तरह,
वक़्त कब हवा हो जाएगा
ये किसी को नहीं पता,
वक़्त को रोकना नहीं जीना होगा।