वक्त बदल जाता है
वक्त बदल जाता है
सब संभल जाता है तू हौसला रख वक्त
चाहे कैसा भी हो बदल जाता है
पहुंचे गर शिखर पर तो जरा ध्यान रखना
एक चूक से पांव फिसल जाता है
गुजरे हुए वक्त को
भूलना हीबेहतर है
दिल पर पड़े बोझ को
उतारना ही बेहतर
मन न मिले तो कोई बात नही
दूरियां न बढ़ाना
हवा का रुख बदलते ही
बीज पनपने लगता हैं
साथ हो तो साथ में बैठो संग संग
हंसी मजाक करो घड़ी दो घड़ी
फिर पता नही कब कौन
कहां चला जाता है
वक्त कैसा भी हो बदल जाता है।
