विज्ञान किसी चमत्कार से कम नहीं
विज्ञान किसी चमत्कार से कम नहीं
विज्ञान की कथा
यह जीवन की कहानी ही नहीं चलेगी गर
इसके हर पहलू में विज्ञान न हो शामिल
जीवन की शक्ल को
सुंदर बनाने का संपूर्ण श्रेय
विज्ञान को ही दिया जाना उचित है
विज्ञान जीवन को प्रगतिशील
बनाता है
इस धरा को रहने योग्य बनाता है
जीवन को जीने लायक बनाता है
विज्ञान नित नई खोजें गर न करे
नई तकनीक को विकसित न करे
नये अनुसंधान न करे तो
किसी जीव का जीवन इस धरा
पर जीने योग्य नहीं होगा
उसका जीवन दूभर हो जायेगा
बेहद चुनौतीपूर्ण होगा
जैसे कि बिजली का आविष्कार
किसी चमत्कार से कम नहीं
सोचो गर यह बिजली की
व्यवस्था हमारे मध्य न होती तो
किसी मनुष्य का जीवन कैसा होता
जीवन रुक जाता
चल ही नहीं पाता
हर तरफ घोर अंधकार छा जाता
हर तरफ से चीख पुकार का शोर
सुनाई पड़ता
त्राहिमाम त्राहिमाम
मनुष्य जीवन व्यथित हो जाता
विज्ञान के अभाव में एक सुंदर
जीवन की कल्पना एक कोरे सपने
मात्र जैसी होती
जीवन की धारा में विज्ञान
का अंग अंग में संचार है लेकिन
एक सभ्य समाज के लिए
आज के संदर्भ में यह भी
आवश्यक हो जाता है कि
वह एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण को
भी अपनाये
ऐसा करने से वह
धन की, समय की व
संसाधनों की बचत के साथ-साथ
बड़े-बड़े अनावश्यक हादसों को भी
टाल सकता है
जैसे कि धर्म के नाम पर
हमने एक दीपक जलाया
और उसे बिना किसी की
निगरानी के
घर के किसी कोने या
किसी दुकान या
किसी भी जगह रख दिया
उचित देखभाल के अभाव में
एक दीपक के कारण आग ने
एक विकराल रूप ले लिया
और जान माल का एक
बड़ा नुकसान हुआ
जीवन में कोई भी कार्य
करने से पहले
उसे समझदारी से
भली भांति सोच विचार कर व
एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाते हुए
करें
किसी भी व्यक्ति का जीवन
अनमोल है
यह कोई भेड़ चाल नहीं है
जो दूसरा करेगा
उसकी नकल हम भी करेंगे
यह किसी शास्त्रों में नहीं लिखा
विज्ञान गर इस मानव जीवन
से मुंह मोड़ ले तो
कल्पना मात्र से ही मन
भयभीत हो जाता है कि
जीवन फिर कितना
कठिन और असहज प्रतीत
होगा तो
बेहतर है
आज के मानव के लिए
कि बेशक वह अपने
संस्कारों को न छोड़े लेकिन
दकियानूसी विचारधारा को
त्याग दे और
जीवन को एक
वैज्ञानिक आधार दे और
जीवन के हर पहलू में
वैज्ञानिक दृष्टिकोण को
उच्चतम स्थान दे।