वीरों का बलिदान
वीरों का बलिदान
वीर तुम मेरे बड़े महान,
तिरंगे की खातिर दे दी जान।
हमको है तुम पर अभिमान,
व्यर्थ न जाएगा यह बलिदान।।
करें प्रणाम तुम्हें नर-नारी,
दुश्मन पर रहें हम भारी।
सबक सिखा देंगे अबकी बारी,
दुनिया देखेगी अब सारी।।
जिसकी तूने सूनी की है कलाई,
जो बहिना राखी बांध ना पाई।
बिलख रही माता और ताई, &nbs
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कसम हमने तेरी है खाई।।
कतरा कतरा याद है हमको,
भरोसा दिलाते हम तुमको।
अब नहीं हम मानेंगे,
तिरंगा वहीं फहराएंगे।।
दिला गए जो आजादी,
चला कर चरखा बना दी खादी।
दिनचर्या जिनकी थी सादी,
ऐसे वीर पुरोधा गांधी।।