वीर योद्धा को नमन
वीर योद्धा को नमन
हे कलयुग के महामानव
अब तो थोड़ा विचार करो
रक्षक पर यूँ पत्थर ना फेंको
भगवान का ना तिरस्कार करो
धन्यवाद का उनको मान दो
पैसों के वो भूखे नही
बस थोड़ा सा सम्मान दो
प्यार, मुस्कान उनका स्वीकार करो
गर्व करे वो करके तेरा इलाज
जुबां से निकालो तुम ऐसे अल्फ़ाज
कुछ तो नया तुम आविष्कार करो
बच्चों के क्रनदन् हृदय में गहरे
फिर भी सड़क पर देते दिन रात पहरे
तुम घर में रह कर सपना साकार करो
कभी दीप जलाओ कभी थाली बजाओ
उनके मन के उपवन को फूलों से सजाओ
उनके आह्वान केलिये
तुम कोई चमत्कार करो
हे कलयुग के महामानव
अब तो थोड़ा विचार करो।