वैलेंटाइन डे
वैलेंटाइन डे
पूजी जाती जहाँ नारी है
वहाँ हरोज वैलेंटाइन डे की तैयारी है।
नेह-मान पाती जहाँ माता है
रहता वहाँ प्रेम दिवस का विधाता है।
आदर-मान से पूजी जिसने वनीता है
बहती वहाँ राग-अनुराग की सरिता है।
पूजी जाती जहाँ बेटी भारती है
वहाँ रोज उतरती वैलेंटाइन डे की आरती है।
जिसने बहन को प्रेम गंगा में डुबकी लगवाई है
वैलेंटाइन डे के आशिकों ने पूजी उसकी कुनबाई है।
प्यार की रौ से सींचा जिसने जहान है
वो प्रेम पुजारी वास्तव में महान है।
