ऊँ नमः शिवाय
ऊँ नमः शिवाय
हम शिवालय चले शिव के दीदार को
शिव की मंशा न जाने तो क्या फायदा।
दीन-दुखियों के संग जो बसेरा करे
उनसे घृणा करें फिर तो क्या फायदा।
पूजावंदन किया, आरती दीप संग
प्रेम मन में न जागे तो क्या फायदा।
कामना, याचना पुष्प संग प्रार्थना
स्वार्थ मन से न जाए तो क्या फायदा।
एक असहाय को देख नजरें फिरीं
चन्द सिक्के चढ़ाने से क्या फायदा।
गलतियों पर कभी सिर झुकाए नहीं
अब यहाँ सिर झुकाने से क्या फायदा।
मंत्र जपते रहे ‘ऊँ शिवाय नमः’
मन कहीं पर है ‘आजाद’ क्या फायदा।