उठो, जागो और चलो
उठो, जागो और चलो
उठो, जागो और चलो सपूतों।
दुश्मन ने ललकारा है।
मुक्त कंठ से फिर दोहराओ।
सुन---कश्मीर हमारा है।
उठो जागो----
सुन---सुभाष के हम वंशज हैं।
खून से गहरा नाता है।
यदि अभी भी नहीं सुधरे तो,
ईंट बजाना आता है।
उठो जागो----
अपने देश के खातिर हम,
अपना शीश कटा देंगे।
सारा भूमंडल कांपेगा,
खून की नदी बहा देंगे।
उठो जागो-----
राम-कृष्णा राधे हमारे।
शांति हमारा नारा है।
बंसी वाले हाथों ने फिर,
चक्र सुदर्शन धारा है।
उठो जागो-----
राम ने अपने वचन के कारण,
नाना कष्ट उठाये थे।
आन बान और शान के कारण
अगणित दैत्य ढ़हाये थे।
उठो जागो------
उठो,जागो और चलो सपूतों।
दुश्मन ने ललकारा है।
मुक्त कंठ से फिर दोहराओं,
सुन---कश्मीर हमारा है।
