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Aarti Sirsat

Romance Crime Fantasy

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Aarti Sirsat

Romance Crime Fantasy

तुम्हें अपनी मोहब्बत लिख दूँ

तुम्हें अपनी मोहब्बत लिख दूँ

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"आओं तुम्हें मैं अपनी मोहब्बत लिख दूँ"

तुम हकीकत हो,

कैसे मैं तुम्हें ख्वाब लिख दूँ

हो तुम मेरी धड़कन,

कैसे मैं तुम्हें गुजरती हवा लिख दूँ


तुम कोई सपना सही,

कैसे मैं तुम्हें ख्याल लिख दूँ

हो तुम मेरी वफ़ा,

कैसे मैं तुम्हें बेवफ़ा लिख दु


तुम ही तो हो हमराज मेरा,

कैसे मैं तुम्हें कोई राज लिख दूँ

हो तुम ही आज मेरा,

कैसे मैं तुम्हें कोई कल लिख दूँ


तुम सच ना सही,

कैसे मैं तुम्हें झूठ लिख दूँ

हो तुम हिन्दी का कोई शब्द,

कैसे मैं तुम्हें उलझा सा गणित लिख दूँ।।


तुम हो सावन का महिना,

कैसे मैं तुम्हें पतझड़ लिख दूँ

हो तुम मेरी पूरी दास्ताँ,

कैसे मैं तुम्हें अधूरी कहानी लिख दूँ


तुम ही तो यादों में हो,

आओ मैं तुम्हें यादगार लिख दूँ

तुम ही तो हो चाहत मेरी,

आओ तुम्हें मैं अपनी मोहब्बत लिख दूँ।


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