तुम्हारी याद में
तुम्हारी याद में
तुम्हारी याद दिल से जाती नहीं
तुम से मिलने की आशा बहुत है मगर,
तुम से मिलने कि रुत है कि आती नहीं।
करूँ कितनी भी
कोशिश दिल बहलाने की मगर,
एक तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं।
प्रेम कि राह में मुझको ले चली
वो हाथ पकड़ के अपनी गली
मैं तो चलता।
