Krishna Khatri
Romance
पूनम की रात
चांदनी बिखेरता चाँद
आस-पास में
झिलमिल सितारे
और....
बीच में तुम !
यही इल्तिजा ह...
जब तक मीठा न ...
फितरत !
जी भर के जी ल...
जी लेंगे हम द...
आंखों ने देखा...
खलिश !
अश्रु मेरे .....
मां तुम अमृता...
जिसके इश्क़ में पागल नैना उसी के इश्क़ में पगलाई रात; बिस्तर से जब उठी सिसकारी उठते ही यूँ खि... जिसके इश्क़ में पागल नैना उसी के इश्क़ में पगलाई रात; बिस्तर से जब उठी सिसक...
भगवान की जगह उनकी, होती है अब इबादत, बेगुनाह व गुस्ताख, होती है ये मोहब्बत... प्यार करनेवालों को ही ... भगवान की जगह उनकी, होती है अब इबादत, बेगुनाह व गुस्ताख, होती है ये मोहब्बत... प्...
साथ नहीं अब तो तुम्हारी यादों में मन भर - भर सा जाता है। साथ नहीं अब तो तुम्हारी यादों में मन भर - भर सा जाता है।
जिसकी जगह भी तुमने ले ली उसका शुक्रिया अदा करना चाहूँगी। जिसकी जगह भी तुमने ले ली उसका शुक्रिया अदा करना चाहूँगी।
जिंदगी दाँव पर तो लगी ही हुई, मान लो वह अगर रोज लिखता रहे..! जिंदगी दाँव पर तो लगी ही हुई, मान लो वह अगर रोज लिखता रहे..!
तुम कह दो, तो हम सच कह दे, सिर्फ तुमपे मरते है, सच कह दे? कब तक बचाए, दीदार से ख़ुद को, सिर्फ तेरे... तुम कह दो, तो हम सच कह दे, सिर्फ तुमपे मरते है, सच कह दे? कब तक बचाए, दीदार से...
भले मैं था एक जानवर लोगों के लिये पर तेरे लिये रहूंगा सदा तेरी परछाई बन के। भले मैं था एक जानवर लोगों के लिये पर तेरे लिये रहूंगा सदा तेरी परछाई बन के।
हाल मेरा जो है होने दो तुम अपनी तबियत संभाल कर रखना जिंदगी मेरी रहे या न रहे तुम अपनी शख्सियत संभ... हाल मेरा जो है होने दो तुम अपनी तबियत संभाल कर रखना जिंदगी मेरी रहे या न रहे ...
चलो इस साल कुछ यूं करें मैं बनूँ दिसंबर, तू जनवरी बनें। चलो इस साल कुछ यूं करें मैं बनूँ दिसंबर, तू जनवरी बनें।
ज़िन्दगी जीने की नई राह मिली है, मेरी ख़्वाहिशों को जब से तेरी पनाह मिली है... ज़िन्दगी जीने की नई राह मिली है, मेरी ख़्वाहिशों को जब से तेरी पनाह मिली है...
समझ के भी तू समझती नहीं मेरे प्यार की परिभाषा हो जाता है जीवन में फिर कोई नया तमाशा देवी हो तुम मे... समझ के भी तू समझती नहीं मेरे प्यार की परिभाषा हो जाता है जीवन में फिर कोई नया त...
जब हथेलियों में अचानक जेब से माशूक का टूटा घुँघरू गिर आया। जब हथेलियों में अचानक जेब से माशूक का टूटा घुँघरू गिर आया।
डरता न था वो कुछ बोलने से पहले डरता न था वो कुछ बोलने से पहले
‘दीपक’ की तरह कोई जला है कि नहीं है। ‘दीपक’ की तरह कोई जला है कि नहीं है।
वो मोहब्बत ही क्या जो आपको बदल ना दे वो मोहब्बत ही क्या जिसके लिए आप बदलना भी ना चाहो... वो मोहब्बत ही क्या जो आपको बदल ना दे वो मोहब्बत ही क्या जिसके लिए आप बदलना भी ...
भाव झूलों पर झुलाता मन जमुन तट नीप तुम हो। भाव झूलों पर झुलाता मन जमुन तट नीप तुम हो।
सोलह श्रृंगार क्या खूब सजता है उनपे पर ये कांच की चूड़ी, चार चांद लगा देती है सोलह श्रृंगार क्या खूब सजता है उनपे पर ये कांच की चूड़ी, चार चांद लगा देती है
मेरी हर खुशी अब तुमसे जीवन के मनमीत हो तुम। मेरी हर खुशी अब तुमसे जीवन के मनमीत हो तुम।
मैंने कहा.... अब कहने को क्या रहा ! मैंने कहा.... अब कहने को क्या रहा !
'दक्ष' नाम हमारी हस्ती-ओ-वज़ूद का, किसी के मिटाये नहीं हम मिट जाएंगे। 'दक्ष' नाम हमारी हस्ती-ओ-वज़ूद का, किसी के मिटाये नहीं हम मिट जाएंगे।