STORYMIRROR

J P Raghuwanshi

Romance

4  

J P Raghuwanshi

Romance

तुम

तुम

1 min
512

बुरे वक्त में जो काम आए,

वह एहसास हो तुम।

अंधेरे में जो टिमटिमाए,

वह चिराग हो तुम।


बीमारी में जो दवा बन जायें,

वह वैद्य हो तुम।

हर पल जिसकी याद सताए,

वह गुमनाम हो तुम।


साथ नही हो, फिर भी साथ

का अहसास कराए,

वह शख्शियत हो तुम।

जिसे कभी न भूल पाये,

वह प्रेम की मूरत हो तुम।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance