तुम वो क्यूँ नहीं करते?
तुम वो क्यूँ नहीं करते?
तुम वो रास्तों पर फिरसे चक्कर लगाते क्यूँ नहीं ?
वहां तुम्हारे लगाए छोड़
अब लोगों को परछाईं देने लगे है
तुम अपने घर क्यूँ नहीं जाते?
वहा तुम्हारे जुल्म को माफ करने को
अब भी बहुत से लोग बैठे है
तुम उन्हें भूल क्यु नहीं जाते?
वहा तो वो सबकुछ भूल गए है
तुम अपने गांव लौटकर क्यूँ नहीं आते?
वहा तुम से पढे वो बच्चे अब भी तुम्हें याद करते हैं
तुम वोट डालने क्यूँ नहीं जाते?
वहा तुम्हें एक अच्छी सरकार का चुनाव करना है।
