तुम से जब मुलाकात हुई
तुम से जब मुलाकात हुई
तुम से जब मुलाकात हुई
बीते कल की बात हुई
देख कर वो छुपना मेरा
छुप कर फिर निकलना मेरा
धीमी सी शुरुआत हुई
तुमसे जब मुलाकात हुई ।।
तेरे संग यूं चलना मेरा
हाथ पकड़ संभालना तेरा
सूरज की वो शाम ढली
तारों भरी फिर रात हुई
तुम से जब मुलाकात हुई ।।
मेरा कुछ कहना हुआ
तुम से कुछ सुनना हुआ
मीठी सी तकरार हुई
बीते कल की बातें हुई
तुम से जब मुलाकात हुई
बिन बोले समझना तेरा
आंखों से जब बात हुई
रूठने पर मनाना तेरा
प्यार भरी सौगात हुई
तुम से जब मुलाकात हुई
बीते कल की बात हुई
तेरे साथ बिताई वो रातें
प्रेम की फिर बरसात हुई
तुम से जब मुलाकात हुई
बीते कल की बात हुई ।।