तुम से दूर
तुम से दूर
हो जाऊँ तुमसे दूर फिर
मौहब्बत किससे करूं
तुम हो जाओ नाराज फिर
शिकायत किससे करूं
इस दिल में कुछ भी नहीं तुम्हारी
चाहतों के सिवा..
अगर तुम्हें ही भूला दूं तो फिर
प्यार किसे करूं।
हो जाऊँ तुमसे दूर फिर
मौहब्बत किससे करूं
तुम हो जाओ नाराज फिर
शिकायत किससे करूं
इस दिल में कुछ भी नहीं तुम्हारी
चाहतों के सिवा..
अगर तुम्हें ही भूला दूं तो फिर
प्यार किसे करूं।