STORYMIRROR

Nalanda Satish

Romance

3  

Nalanda Satish

Romance

ठहराव

ठहराव

1 min
226

लिख दो सारे रंजोगम, दर्द

और परेशानियां कोरे कागज पर।


और उड़ा दो उन्हें खुले आसमान में

हवा के झोंके के साथ।


रफूचक्कर कर दो दिल का गुबार

क्योंकि पड़ाव और मंजिल में

होता है बस रफ्तार का ठहराव।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance