अनामिका वैश्य आईना Anamika Vaish Aina
Action Classics Crime
तन्हाई से दोस्ती, कर ले ओ इंसान !
तन्हाई देती सुकूं, जब दुःख दे जहान।।
तन्हाई में डूब के, ख़ुद को तू पहचान।
जिस मोह में चित्त रमां, वो सब मृदा समान।।
ख़ुद से ही हो सामना, तन्हाई जब मित्र।
भेद मिले कई रुह से, हो संतुष्टि विचित्र।।
बसंत ऋतु
देश भक्ति गीत
आंखों में बसे...
बिजली सी गिर ...
बहुरूपिया
माँ - मुक्तक
गीत अधूरा
डगर
मैं हिन्दी हू...
हिन्दी पर हाइ...
कि तुम्हारे सामने प्रकृति रहे और तुम पुरुष न रहो। कि तुम्हारे सामने प्रकृति रहे और तुम पुरुष न रहो।
जल-सेना का है क्या कहना, सागर की लहरों पर रहना जल-सेना का है क्या कहना, सागर की लहरों पर रहना
कितना बजाते रहेंगे जिसका बीन, हरदम नकद पर नहीं रखें यकीन कितना बजाते रहेंगे जिसका बीन, हरदम नकद पर नहीं रखें यकीन
कोशिशों से हर हालात को है बदलना हुई है हार जब तक़दीर पे छोड़ा गया है। कोशिशों से हर हालात को है बदलना हुई है हार जब तक़दीर पे छोड़ा गया है।
अगर अभी भी नहीं हुए सावधान, तो पूरे विश्व को बनाऊँगा अपना ग्रास अगर अभी भी नहीं हुए सावधान, तो पूरे विश्व को बनाऊँगा अपना ग्रास
चीख मेरी गूँजती है अन्याय को अब चुनौती दूंगी! चीख मेरी गूँजती है अन्याय को अब चुनौती दूंगी!
अजगर सी बाहें हैं इनकी, और फौलादी सीने हैं अजगर सी बाहें हैं इनकी, और फौलादी सीने हैं
छोटी सी भी एक सर्जरी, विकल हमें कर जाते हैं छोटी सी भी एक सर्जरी, विकल हमें कर जाते हैं
कि आने वाली संतानों को, कैसी दुनिया का इंतजार है। कि आने वाली संतानों को, कैसी दुनिया का इंतजार है।
मुल्क़ में आग लगा रहे मज़हब के नाम पर मुल्क़ में आग लगा रहे मज़हब के नाम पर
स्वयं का स्वयं से साक्षात्कार ही स्थायी सुख का उपाय है। स्वयं का स्वयं से साक्षात्कार ही स्थायी सुख का उपाय है।
चलो जय हिन्द केे नारे लगाते है। हम भी भारत के चौकीदार बन जाते है। चलो देश के प्रति अपनी देश भक्ति ... चलो जय हिन्द केे नारे लगाते है। हम भी भारत के चौकीदार बन जाते है। चलो देश के प...
हो जाऐगी स्लोमोशन हर कोई भूल जाऐगा अपना प्रोफेशन। हो जाऐगी स्लोमोशन हर कोई भूल जाऐगा अपना प्रोफेशन।
सच से कब तक भागोगे रे चीनी? जान रही दुनिया तुम्हारा हर मंत्र है सच से कब तक भागोगे रे चीनी? जान रही दुनिया तुम्हारा हर मंत्र है
तेरे लब्ज़ भी नहीं मिलेंगे कब्रिस्तान में कि था कोई इस जहान में शेरों से लड़ना तुझे प तेरे लब्ज़ भी नहीं मिलेंगे कब्रिस्तान में कि था कोई इस जहान में शेरों से ...
तुम्हारी शहादत पर शत - शत नमन। तुम्हारी शहादत पर शत - शत नमन।
पढ़ेंगे लिखेंगे बनेंगे नवाब, तभी तो होंगे जीवन में कामयाब। पढ़ेंगे लिखेंगे बनेंगे नवाब, तभी तो होंगे जीवन में कामयाब।
दुश्मनों के सामने तुम, सीना ताने हो। तुम ही तो सीना ताने हो। दुश्मनों के सामने तुम, सीना ताने हो। तुम ही तो सीना ताने हो।
प्रकृति को चुनौती देकर प्रकृति का उपहास किया प्रकृति को चुनौती देकर प्रकृति का उपहास किया
दुश्मन को उसके ही घर में, घुसकर हमने मारा है। दुश्मन को उसके ही घर में, घुसकर हमने मारा है।