तिरंगा फहरायेगे
तिरंगा फहरायेगे
आपस में सब मिल जुल के, दुश्मन मार भगाएंगे।।
आजादी ये सहज मिली ना, कई शहीद हुए वीर यहां।
आजादी कायम रखने को, द्वेष, भेद सब त्यागे जहां।।
कुछ जन करते हैं मनमानी, कायम कस रख पायेंगे।
तिरंगा फहरायेंगे....1
अंधविश्वास कुरीति त्यागे, प्रेम सत्य को अपनाये।
जाति धर्म कोई भी होये,
आड़े ना तनु आ पाये।।
मेल जोल से सभी यहां पर, देश का मान बढ़ायेंगे।
तिरंगा फहरायेंगे....2
करें तिरंगे का जब मान बढ़ जाये जहां में महत्व।
आदर्शों पे चलना सीखे, तभी होय सब में अपनत्व।।
प्यारा लगे तिरंगा सबको , सभी जगह लहरायेंगे।
तिरंगा फहरायेंगे....3
कथनी करनी के अंतर को, दिल से सभी भगायेंगे ।
खुशहाली कायम रखने हित, सत पथ को अपनाएंगे।
आजादी दिलवाई जिसने, उनको नहीं भुलायेंगे।।
तिरंगा फहरायेंगे....4
दीन हीन कोई भी होये, किसी का ना अपमान करें।
ऐसे भाव जगाये सब में, अब सबका सम्मान करें।
बोये नहीं द्वेष के बीज, समता भाव जगायेंगे।
तिरंगा फहरायेंगे...5
अब ना ऐसे काम करे कोई, जिस से आपस में विघटन होये।
खुद की उन्नति देश की उन्नति, हो जाये दुर्दिन खोये।
अविनाशी प्यारा हो तिरंगा, सभी जगह फहरायेंगे। क्षत
तिरंगा फहरायेंगे।....6
