तेरी याद हमको बहुत रुलाये है
तेरी याद हमको बहुत रुलाये है
ये स्कूल तेरी बहुत याद दिलाये है
बीता हुआ कल हमको बहुत सताये है
इस तन्हाई के दौर में,
तुम्हारी याद बहुत रुलाये है
मानता नही दिल आजकल बात मेरी,
अब तुम ही कहो इस दिल को हम कैसे समझाये।
लगा ये रोग प्यार का कैसा ,
तन्हाई में दिल तेरी तस्वीर हर पल गले लगाये है
है दर्द कितना इस दिल में,
आँसू ही मेरे दिल का हाल बताये है
लगा लो उठा कर तुम हमको गले,
इसी आस में कब से पलके बिछाये हैं
प्यार हम को तुमसे है कितना
ये शब्दो में नही समाए है
है नही "कुमार" कुछ भी बिन तुम्हारे,
हम ये बात आप को कितनी बार समझाये है।