Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Upendra Pratap SIngh

Classics

4  

Upendra Pratap SIngh

Classics

तेरी याद आयी माँ

तेरी याद आयी माँ

1 min
63


तेरी याद आयी माँ,

याद आयी माँ


साथ लायी वो जीवन के

मेरे सबसे स्वर्णिम पल !

तेरी गोद मेरा सर

मेरी मुट्ठी तेरा आँचल !

तेरी याद आयी माँ !


मेरा हसना तेरा हसना

मेरा रोना तेरा रोना !

तू गीले में मैं सूखे में

तेरा जागना मेरा सोना !

तेरी याद आयी माँ !


तेरे लड्डू और अचार

तेरा गुस्सा तेरी मार !

तेरे किस्से तेरी लोरी

तेरी थपकी तेरा प्यार !

तेरी याद आयी माँ !


तेरी मानस तेरी तुलसी

तेरे छोटे शालिग्राम !

तेरे चौका तेरा चिमटा

तेरे हाथों के पकवान !

तेरी याद आयी माँ !


बिन जल के तेरे उपवास

तेरे तीज औ त्यौहार !

तेरे ठेकुए तेरी गुझिया

तेरे मेले और बाजार !

तेरी याद आयी माँ !


पापा से मुझको बचाना

अपने आँचल में छुपाना !

तेरे संग मिलके चौके में 

चिड़िया आंटे की बनाना !

तेरी याद आयी माँ !


रखे मुझको सदा सलामत

मेरे सर तेरा आशीष !

तेरी मन्नत तेरे धागे

तेरी दुआ तेरे ताबीज़ !

तेरी याद आयी माँ !


कितना खुशकिस्मत था मैं

तेरे जैसी माँ जो पाया !

तेरी खोक में आना चाहूँ

जो मैं दुनिया में फिर आया !

तेरी याद आयी माँ !

याद आयी माँ !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics