तेरी सूरत में सारा संसार समाया है
तेरी सूरत में सारा संसार समाया है
तेरी नन्हीं आँखों में सागर गहरा
तेरी मुस्कान में फूलों का पहरा
तेरी नींद जैसे एक वक्त ठहरा
तेरी बोली में बारिश की बूँदें छम- छम बरसती हैं
तेरी सूरत में उस रब को मैंने पाया है
तेरी सूरत में सारा संसार समाया है
तेरे चेहरे को देख उगती मेरी सुबहे
ढलती मेरी शाम है
अपने आँचल तले तेरे जीवन को सिंचती हूँ
वो पल बहुत खास है न की आम है
तेरी मुट्ठी जब मेरी उंगली पकड़ती
मैं समझ नहीं पाती, तेरा जीवन मेरे हवाले है
या मेरा जीवन तेरे हवाले है
मेरा कृष्ण बना तू ही राम है
तेरी मासूम सी इन करीगरियों का कारवां
मेरे मन को भाया है
तेरी सूरत में सारा संसार समाया है
तेरे जीवन ने मेरे जीवन को अस्तित्व दिया है
अधूरी थी अब तक तूने मुझे पूरा किया है
चंचलता से परे एक ठहराव मैंने पा लिया है
अब मेरा मुझ में कुछ भी नहीं
जहाँ भी जाऊँ
हर पल संग रहता तेरा साया है
तेरी सूरत में सारा संसार समाया है।
