तेरी जय हो बजरंगी-हनुमान
तेरी जय हो बजरंगी-हनुमान
कलयुग के एकमात्र जीवित भगवान
तेरी जय हो-जय हो बजरंगी हनुमान
जो भी लगाता अंजनिपुत्र का ध्यान
बालाजी देते उसे मनवांछित वरदान
खिल जाता उसका जीवन-रेगिस्तान
जो बोलता जय श्री राम,जय हनुमान
कलयुग के एकमात्र जीवित भगवान
तेरी जय हो-जय हो बजरंगी हनुमान
प्रभु श्री राम जी के सब काम सँवारे,
आ जाओ बालाजी भक्त तुम्हे पुकारे,
आप हो दीन-दुःखियों के गरीब-नवाज
आप बिना कौन बचाये हमारी जान
आप ही रखते हम भक्तों का ध्यान
तेरी जय हो-जय हो बजरंगी हनुमान
जो भी सच्चे मन से मंगलवार व्रत करे,
उसे धन्य-धान्य से बालाजी आप भरे,
चैत्र-पूर्णिमा को आपने जन्म लिया,
इंद्र वज्र से हनु टूटे,कहलाये हनुमान
मां सीता के लाडले,रामजी की हो जान
आपके गुरु कहलाते है,सूर्य भगवान
तेरी जय हो-जय हो बजरंगी हनुमान
कलयुग के एकमात्र जीवित भगवान
संकट मोचन कहे तुम्हे सारा जहान
बल-बुद्धि,अष्ट सिद्धि,नव निधि ज्ञाता,
आपमें समाया बालाजी सारा ब्रह्मांड
रुद्र के अंश,आप हो शिव के समान
वहां आप रहे,जहां कथा रामजी की हो,
गर पाना चाहो रामजी को हे इंसान
मुख से जपता रह,हरपल जय हनुमान,
तुलसीदास जी जैसे करेंगे तेरा कल्याण
कलयुग के एकमात्र जीवित भगवान
तेरी जय हो-जय हो बजरंगी हनुमान
में क्या करूँ आपकी महिमा गुणगान ?
सूरज को भला क्या बताऊं दीपदान?
में इतनी करता प्रार्थना लेकर तेरा नाम,
मेरा क्या ? सबके दुःख मिटाओ तमाम,
वर्तमान मे कोरोना से हर शख्स परेशान
हमारे अवगुणों पे ध्यान न दो प्रभु हनुमान
कोरोना मिटाओ,राखो हम सबकी लाज
तेरी जय हो-जय हो बजरंगी हनुमान
साखी करता ये विनती रामभक्त हनुमान
दे,दो बालाजी अपनी भक्ति का वरदान
में मूर्ख,खलकामी,नही मुझे कोई ज्ञान
टूटे-फूटे शब्दों से करता, महिमा बखान
देकर अपने पावन दर्शन बजरंगी,हनुमान
मिटा दो मेरी आत्मा की जन्मों की प्यास,
शरण आया तेरी,दो बाला भक्ति वरदान
हरपल तेरा नाम लेता रहूं,बजरंगी हनुमान
कर दो मन मे मेरे बाला ऐसा प्रण महान
तू ही माता, तू ही पिता, तू है संपूर्ण जहान
तेरा ही सच्चा रिश्ता है ओ मेरे भगवान
हटाओ कलयुगी माया आवरण तमाम,
अंतिम इच्छा,दो प्रभु श्री चरणों मे स्थान
तुझे याद करते हुए तन से निकले प्राण
कलयुग के एकमात्र जीवित भगवान
तेरी जय हो-जय हो बजरंगी हनुमान।
