तेरे संग
तेरे संग
तेरे संग संग हर कदम चलना चाहते थे हम,
लेकिन ये जमाना हमारे प्यार का दुश्मन बन गया,
इस जमाने से लड़े भी तो कैसे लड़े इनमे हमारे अपने भी शामिल है,
तेरी राहो से अपनी राहे जुदा जुदा तो कर ली हमने,
पर तुझसे जुदा होकर जीना आसान भी नही,
हर पल ये नजरें तुझको तालाश करती है,
तेरी हर बात तेरा प्यार याद आ जाता है,
इस ज़माने से लड़ कर तुझ को पाना नही चाहते,
गर होगा किस्मत में तो प्यार हमारा हमको मिल ही जायेगा,
दिलो के रिश्ते यू ही जुड़ा नही करते,
ऊपर वाले की मर्ज़ी के बिना पत्ते हिला नही करते,
तकदीर हमको क्या क्या खेल दिखाएगी ये वक्त ही बताएगा,
मिलेंगे या जुदा होंगे ये तो वक्त ही बताएगा,
राहे जुदा करने से कहते है रिश्ते टूटा नही करते,
जो होगा देखा जाएगा वक्त के हाथों की कठपुतली है हम।
