तेरा सत्य
तेरा सत्य
हर तऱफ के सोर में अपनी आवाज दबा न देना
घने तम को देखकर अपना चराग़ बुझा न देना
बढ़ते झूठ को देखकर अपना सर झुका न देना
जीतता वो नही जिसके पास बेसुमार ताकत है
जीतता वो है जिसके पास सत्य की रोशनी है
ख़ूब तोड़े ज़माना दिल तेरा,तू आईना टूटने न देना
मंज़िल उन्हें नही मिलती जिनके पास कार होती है
मंज़िल उन्हें मिलती है जिनके हौंसलो में जानहोती है
अपने हौंसलो को क़भी अभावो का नाम न देना
कोई तुझे पागल कहे,दिल को तेरे घायल करें,
फ़िर भी दिल में अपने जुनून को बुझने न देना।