तेरा नाम लिखा था
तेरा नाम लिखा था
कि पता नहीं था मुझे किस्मत में क्या लिखा था,
ना तेरा हाथ लिखा था और ना ही तेरा साथ लिखा था।
मगर मैं फिर भी भटकता रहा तेरी तलाश में,
क्योंकि मैंने दिल की कलम से एक जज्बात लिखा था।
आंखों में देखा एक ख्वाब लिखा था,
चमकता हुआ एक मेहताब लिखा था।
टूटतीं सांसों ने एक तेरा एक नाम लिखा था,
तू नहीं है किस्मत में, शायद यही मेरा अंजाम लिखा था।
तू नहीं है मेरे पास और नहीं होगी कभी मेरे पास,
मगर मैंने दिल पर तेरा नाम लिखा था।