तेज़
तेज़
गिद्ध की निगाह हो,फुर्ती हो बाज जैसी
चील जैसे झपट्टा मार,आदत होय ऐसी
मौका मिले चूको नहीं,बाकी सब की ऐसी तैसी
चूके फिर कुछ होत नहीं,दुनिया है गोल जैसी।।
गिद्ध की निगाह हो,फुर्ती हो बाज जैसी
चील जैसे झपट्टा मार,आदत होय ऐसी
मौका मिले चूको नहीं,बाकी सब की ऐसी तैसी
चूके फिर कुछ होत नहीं,दुनिया है गोल जैसी।।