स्वतंत्रता सेनानी
स्वतंत्रता सेनानी
अंग्रेजी शासन को जिसने
याद दिलायी अपनी नानी
ऐसे वीर सपूत भारत के
कहलाते स्वतंत्रता सेनानी
भारत माँ की लाज बचाने
आये वीर बहुत तूफानी
मंगल पांडे सपूत थे पहले
जिनकी थी पहली कुर्बानी
1857 में शुरू हुई थी
स्वतंत्रता की कहानी
आजादी की मशाल को लेकर
चल रहे थे वो अभिमानी
भारत माँ के बेटों ने
लिखी खून से अपने सारी
आजादी को पाने की
ऐसी एक अमर कहानी
जिसमें आहुति देने आये
भगत, राजगुरु जैसे मानी
आजाद को थी तब प्यारी
भारत माँ की आजादी
दी आहुति वीरों ने
आजादी के हवन में अपनी
भूल नहीं सकते हम लेकिन
सुभाष की भी निशानी
पहला तिरंगा आजादी का
लहराया वो सम्मानी
अनंत नाम है भारत माँ पर
मिटने वालों सब बेटों के
जिनके लहू से सिंचित है ये
भारत माँ की चुनर धानी
भारत माँ की चुनर धानी