स्वतंत्र
स्वतंत्र
मेरी बच्चियों तुम स्वतंत्र हो ,
किसी बंधन में ना बंधने के लिये,
ऊंचे आकाश में उड़ने के लिये ,
समुद्र में गोता लगाने के लिये,
जिससे कि तुम हर तू़फान का सामना कर सको,
बिना किसी की मदद के अच्छा बुरा समझ सको,
मेरी बच्चियों तुम स्वतंत्र हो,
स्कूल में अध्य्यन करने के लिये,
खेलकूद में हारने जीतने के लिये,
अपना स्वाध्याय करने के लिये,
जिससे कि तुम अपना भविष्य संवार सको,
बिना किसी मदद के जीवन पथ रौशन कर सको,
मेरी बच्चियों तुम स्वतंत्र हो,
अपनी भविष्य की राह चुनने के लिये,
अपना जीवन सफल बनाने के लिये,
मंजिल को हासिल करने के लिये,
जिससे तुम कभी किसी पर आश्रित ना बनो,
तोड़ कर सारी बेडियॉं तुम स्वावलम्बी बनो,
मेरी बच्चियों तुम स्वतंत्र हो,
आत्मसम्मान से जीने के लिये,
सदा हिम्मत रखने के लिये,
कोई भी विकल्प चुनने के लिये,
जिससे ठोकर खाकर संभलना सी़ख सको,
कॉंंटो भरे इस पथ पर चलना सीख सको,
मेरी बच्चियों तुम स्वतंत्र हो ,
रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ने के लिये,
बेड़ियों को काट हटाने के लिये,
कभी कभी सामने ना बोलने के लिये,
जिससे तुम अपना मस्तक ऊंचा कर चल सको,
बहती हुई निर्भर निर्झरा का मुख मोड़ सको,
मेरी बच्चियों तुम स्वतंत्र हो,
प्रेम विवाह करने के लिये,
जीवन साथी चुनने के लिये,
अपना घर बसाने के लिये,
जिससे कि उस घर को प्रेम बगिया बना सको,
इंद्र धनुष को पकड़ कर उसके रंगो से सजा सको..!