सवालों के सवाल
सवालों के सवाल
हद
दायरा
क़ैद
जुर्रत
Control
जंजीरें
Limits
पिंजरा
इन सबको क्या कहते हो तुम ?
क्या है ये ?
क्या समझूँ इन्हें मैं ?
इनका कौन कौन सा अर्थ
समझाना चाहते हो तुम मुझे ?
इन दायरों को
कभी तुम मोहब्बत का नाम देते हो ?
कभी मेरी आजादी को
मेरी हद कहते हो ?
मेरे ख़यालों को किस तरह से
क़ैद करना चाहते हो तुम ?
क्यों मेरी महफूजियत के लिये
कभी इनका वास्ता देते हो ?
मेरी limits को कौन से शब्दों में
बाँधना चाहते हो तुम ?
हैरां होती हुँ मैं भी
कभी कभी
इन सारे सवालों के जबाब मैं ढूँढती रहती हूँ
क्या कोई मुझे इन सवालों के जवाब देगा ?