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Paramjeet singh

Abstract

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Paramjeet singh

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सुरों का ज्ञान देना शारदे माँ

सुरों का ज्ञान देना शारदे माँ

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 *सुरों का ज्ञान देना शारदे माँ*


सुरों का ज्ञान देना शारदे माँ।

हमें वरदान देना शारदे माँ।।


गले से स्वर मधुर निकलें हमेशा।

सुरीली तान देना शारदे माँ।।


सुने जग मन लगाकर गीत मेरे।

लता सा गान देना शारदे मांँ।।


चमकता ही रहूंँ मैं इस धरा पर।

सुजल परिधान देना शारदे माँ।।


खड़ा हो गर्व से सिर को उठाऊँ।

मुझे सम्मान देना शारदे माँ।।


तुम्हारा भक्त कहलाऊँ हमेशा।

यही पहचान देना शारदे माँ।।


रसों से यूंँ भरो मांँ कंठ कोविद।

मधुर रसपान देना शारदे माँ।।


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