सुनो पार्थ !
सुनो पार्थ !
कभी कभी किसी का होना खुदा (कृष्ण) होता है,
पर अक्सर सबों का होना नर्क (दुर्योधन) होता है,
और याद रहे पार्थ,
ये जग एक महाभारत है,
इसमें जीत हमेशा कृष्ण (धर्म) की ही होगी,
इसलिए दुनिया (दुर्योधन) को छोड़,
अपने कृष्ण (धर्म) को पहचानो,
और पूरी जीवन धर्म लिए न्योछावर कर दो ।
इससे बेहतर जीत ज़िन्दगी की नहीं हो सकती ।।
